नेपाल के एक हाईकोर्ट के चिफ जस्टिस आज चालिस बर्ष बाद अपने गुरु से मिलने मोतिहारी पहुंचे
बीरगंज । वीरगंज स्थित हाईकोर्ट के चिफ जस्टिस रत्न बहादुर बागचंद को चालिस बर्ष पहले ब्रृज किशोर श्रीवास्तव ने हाईस्कूल में पढाया था। अंग्रेजी के नामूद शिक्षक श्रीवास्तव ने पश्चिम नेपाल के धनगढी शहर स्थित पंचोदय सेकेण्डरी स्कूल में अपने विद्यार्थी रत्न बहादुर को पढ़ाया था। नेपाल के न्यायिक सेवा में रहकर अन्तर्राष्ट्रीय पहचान बनाये हुए चिफ जस्टिस रत्न बहादुर ने अपने जीवन में श्रीवास्तव सर का अटूट प्रभाव रहा बताते हैं। लेकिन पिछले तीन दशक इस गुरु शिष्य का मुलाकात नहीं हुई थी। अपने वीरगंज प्रवास के क्रम में चिफ जस्टिस ने अपने शिक्षक को फिर से तलाशना शुरू किया।इधर श्रीवास्तव सर सेवा निवृत्त होकर चम्पारण के मोतिहारी में रह रहे हैं। आखिर आज गुरु शिष्य का मिलन हो ही गया।
मोतिहारी में श्रीवास्तव सर को चिफ जस्टिस रत्न बहादुर ने दोसल्ला ओढ़ाकर सम्मानित किया और सप्रेम उपहार समर्पित किया।
जब इस घटना की जानकारी आसपास के लोगों को मिला तो वे भी गुरु शिष्य का अपूर्व मिलन देखने पहुंच गए।
उच्चे पद पर कार्यरत रहकर भी चिफ जस्टिस की विनम्रता और गुरु भक्ति का उपस्थित लोगों ने काफी सराहना किया।
नेपाल भारत जन सम्बन्ध की यही विशेषता है कि लोग एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। नेपाल के शैक्षिक उन्नयन में भारतीय नागरिकों का अमूल्य योगदान बताया जाता है।