प्रौद्योगिकी तक पहुंच और प्रतिफल वितरण में समानता बनाए रखी जानी चाहिए– राष्ट्रपति दाहाल
काठमांडू, असोज २९ – राष्ट्रीयसभा अध्यक्ष नारायणप्रसाद दाहाल ने कहा है कि विज्ञान प्रविधि और नवप्रवर्तन का विकास मानव जीवन को सहज और गतिशील बनाने के लिए विभिन्न अवसर प्रदान कर रहा है ।
अन्तर–व्यवस्थापिका संघ के १४९ वें महासभा को सोमवार स्वीट्जरलैंड के जेनेवा में संबोधन करते हुए उन्होंने कह कि सभी नागरिकों की पहुँच प्रविधि तक हो और प्रतिफल वितरण में समानता कायम हो, ऐसे कानून निर्माण और प्रभावकारी कार्यान्वयन में उन्होंने जोड दिया है । ये जानकारी संसद सचिवालय ने दी है ।
उन्होंने कहा कि सूचना प्रविधि की क्षमता विकास और पहुँच में अभी भी हमारे देश के भीतर और देशों के बीच बहुत ज्यादा अन्तर है । “ढाई अरब से अधिक लोगों के पास अभी भी जानकारी तक पहुंच नहीं है । इसलिए, हमें चुनौती का सामना करने के लिए एक साथ आने और सभी के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार की उपलब्धियों तक समान पहुंच सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।’’
उन्होंने कहा कि विज्ञान प्रविधि के विकास और प्रयोग को मानव समुदाय के हित के लिए सदुपयोग तथा इससे सिर्जना होने वाले गोपनीयता भंग, साइबर सुरक्षा, नकारात्मक सामग्री के प्रचार जैसे संकट और चुनौति का सामना करने के लिए कानून का निर्माण हो । सरकार के काम का अनुगमन करने की सवैधानिक जिम्मेदारी है ।