वैकुण्ठधाम सिधनियाघाट के आयोजक अनुसारआध्यात्मिक महोत्सव सें ३ करोड से अधिक रकम का संकलन
नेपालगञ्ज/(बाँके) पवन जायसवाल । बाँके जिला की डुडुवागाँवपालिका वार्ड नं.–५ स्थित राप्तीनदी की सिधनियाँ घाट में प्रस्तावित वैकुण्ठधाम सिधनियाघाट निर्माण कार्य हेतु सहयोगार्थ नेपालगञ्ज उप–महानगरपालिका वार्ड नं.–९ रामलीला में हो रही वैकुण्ठधाम आध्यात्मिक महोत्सव सें करीब ३ करोड से अधिक रकम संकलन हुआ है आयोजक वैकुण्ठधाम सिधनियाघाट ने जनाया है । प्रस्तावित वैकुण्ठधाम सिधनियाघाट निर्माण कार्य हेतु सहयोगार्थ नेपालगञ्ज में २२ गते सञ्चालन हो रही वैकुण्ठधाम आध्यात्मिक महोत्सव कार्तिक ३० गते शुक्रवार सम्पन्न हुआ है ।
महोत्सव की समापन के दिन में भी ३० लाख से अधिक दान दाताओं स प्राप्त हुआ है महोत्सव आयोजक समिति के आर्थिक उप–समिति संयोजक कृष्ण प्रसाद श्रेष्ठ ने बताया है ।
नियमित भागवत प्रवचन सम्पन्न हुआ था तो भी भागवत की सार और आध्यात्म की विषय में वाचन शिरोमणि पण्डित दीनबन्धु पोखररेल ने प्रवचन किया था । प्रवचन के क्रम में उन्हों ने मैं कभी भी आर्थिक शुल्क तोकर कथा प्रवचन में नही जाते हैं बताते हुये अपने पिता स्वर्गीय पण्डित नारायण पोखरेल ने दिखाया रास्ता पे मात्र चलते रहा हूँ बताया । आध्यात्म को भौतिक विकास और समतामूलक समाज की परिकल्पना सहित अपने पिता ने शुरुआत की अभियान को पूर्णता देने के लिये मैं कथा प्रवचन की रास्ता को अवलम्बन किया उन्हों ने बताया ।
उन्हों प्रवचन के क्रम में वैकुण्ठधाम निर्माण कार्य के लिये मैं भी १ लाख ११ हजार १ सौ ११ रुपैयाँ दान करने की घोषणा भी किया था । कार्यक्रम की समापन के दिन भी दाताओं ने अधिक संख्या में कार्यक्रम स्थल में उपस्थित होकर दान किये थे ।
समापन समारोह में बोलते हुये नेपालगञ्ज उप–महानगरपालिका के प्रमुख प्रशान्त विष्ट ने अभी संकलन हुआ दान अन्तिम नहीं हुआ है बताता । उन्हों ने स्थानीय सरकार से वैकुण्ठधाम के लिये निरन्तर सहयोग होगी प्रतिबद्धता जनाते हुये इसके बाद में भी दानदाताओं ने धाम निर्माण के लिये दान कर सकते हैं स्पष्ट किया ।
कथावाचन के बीच डा. कुमार शान शाह और डा. मन्जु बिसी शाह की ओर से ७ लाख ७७ हजार ७ सौ ७७ रुपैयाँ दान प्रदान किया था । अइसे ही आयोजक समिति की सह–संयोजक तथा एबिसी माध्यमिक बिद्यालय की प्रमुख शशी स्वाँर की ओर से १ लाख ५१ हजार १ सौ ११ रुपैयाँ, आयोजक वैकुण्ठधाम आध्यात्मिक महोत्सव के महासचिव श्रीराम सिग्देल की ओर से १ लाख ५१ हजार १ सौ ११ रुपैयाँ, मीनबहादुर मल्ल की ओर से १ लाख २५ हजार रुपैयाँ, कन्हैयालाल बैद्य की ओर से १ लाख २१ हजार रुपैयाँ, अल्पना गुप्ता की ओर से १ लाख ११ हजार १ सौ ११ रुपैयाँ, बुद्धिवल श्रेष्ठ की ओर से १ लाख ११ हजार १ सौ ११ रुपैयाँ, एसियन ब्लु क्यासिनो की ओर से १ लाख १ हजार रुपैयाँ, अशोक बस्नेत की ओर से १ लाख १ हजार प्रदान हुआ है आर्थिक समिति के संयोजक कृष्ण प्रसाद श्रेष्ठ ने बताया ।
इसी तरह महोत्सव सचिवालय के ओबिराज आचार्य की ओर से ७५ हजार रुपैयाँ, सडक डिभिजन कार्यालय नेपालगञ्ज के कर्मचारियों के ओर ६५ हजार ५सौ ५५ रुपैयाँ, पतन्जली योग समिति की ओर से ६३ हजार ३ सौ ८५ रप्ैयाँ, कर्मचारी मिलन केन्द्र की ओर से ५५ हजार ५ सौ ५५ रुपैया, भीम सुबेदी की ओर से ५५ हजार ५सौ ५५ रुपैयाँ, डा. सुर्यलाल वर्मा और उर्मिलादेवी वर्मा की ओर से ५१ हजार १ सौ ११ रुपैयाँ, राकेश कुम्हार की ओर से ५१ हजार १ सौ ११ रुपैयाँ, अमरजीत सिंह की ओर से ५१ हजार रुपैयाँ, विजय गुप्ता और दिपेश गुप्ता की ओर से ५१ हजार रुपैयाँ दान किया गया है ।
मालपोत तथा भूमिसुधार कार्यालय बाँके के कर्मचारियों की से ४२ हजार ९ नौ १५ रुपैयाँ, जिला हुलाक कार्यालय के कर्मचारियों की ओर से ४१ हजार ५ सौ ५५ रुपैयाँ, सशस्त्र प्रहरी बल ३० नम्बर गण की ओर से ३५ हजार रुपैयाँ, जिला प्रहरी कार्यालय बाँके की ओर से ३५ हजार रुपैयाँ, योग समिति की ओर से ३१ हजार ५ सौ ५५ रुपैयाँ, लक्ष्मी नारायण समिति की ओर से ३१ हजार ५५ रुपैयाँ, आन्तरिक राजश्व कार्यालय नेपालगञ्ज की ओर से ३० हजार रुपैयाँ, आदर्श माध्यमिक बिद्यलाय के शिक्षक परिवार की ओर से २७ हजार रुपैयाँ दान प्राप्त हुआ है आर्थिक समिति के संयोजक कृष्ण प्रसाद श्रेष्ठ ने बताया ।
उन के अनुसार तेजबहादुर चन्द की ओर से २५ हजार ५ रुपैयाँ, साबित्रा शर्मा रिजाल की ओर से २५ हजार १ रुपैयाँ, हरपाल सिंह की ओर से २५ हजार रुपैयाँ, दिवस सिंह हमाल की ओर से २५ हजार रुपैयाँ दान किया गया है ।
वाचन शिरोमणी पण्डित दीन बन्धु पोखरेल के प्रमुख वाचन में जारी आध्यात्मिक महोत्सव की अन्तिम दिन में भी महोत्सव में संगीतमय कलाकार टोली से आलाङ्कारिक नाट्य प्रदर्शन किया गया था । भागवत कथा में आधारित नाट्य मञ्चन को सहभागियों ने अभिरुचिपूर्वक श्रवण किये थे । नेपाली, भोजपुरी, हिन्दी, अवधी भाषा में भजन प्रस्तुत करने से श्रोताओं ने नाचकर कलाकारों को साथ दिया था । संगीतमय भजन में बाँके जिला के प्रमुख जिला अधिकारी खगेन्द्र प्रसाद रिजाल, बाँके जिला प्रहरी कार्यालय के प्रहरी प्रमुख तुलबहादुर कार्की, सशस्त्र प्रहरी के प्रहरी उपरीक्षक विमल डाँगी सहित वाचन शिरोमणि पोखरेल छमछम नाचे थे । आयोजक समिति से २५ हजार की दान रकम से घटाकर ११ हजार से अधिक दान करनेवालों की नाम शिलालेख में रखने की निर्णय होते ही शिलालेख में नाम लिखाने वालों की अधिक संख्या में ११ हजार से अधिक े दान करने वाले दाताओं महोत्सवस्थल पहुँचे थे । इसे पहले ११ हजार रुपैया से कम दान किये हुये भक्तजन से भी थप रकम दान करके शिलालेख में अपना नाम दर्ज करने आये थे आयोजक ने जनाया है ।
संकलित रकम को पूर्ण विवरण संकलन होकर आर्थिक संकलन की पूर्ण विवरण १ महीने के अन्दर सार्वजनिक किया जाएगा आर्थिक संयोजक कृष्ण प्रसाद श्रेष्ठ ने बताया । भूमिदान और प्रतिबद्धता की रकम सहित ३ करोड रुपैयाँ लगभग महोत्सव से संकलन हुआ है उन्हों ने बताया ।
सिधनियाघाट में दाहसँस्कार करने की घाट सहित की संरचना निर्माण करने की उद्देश्य की साथ आध्यात्मिक महोत्सव शुरु हुआ था । महोत्सव से संकलन हुआ रकम से डुडुवा गाँवपालिका वार्ड नं.–५ सिधनियाघाट में आधुनिक सुबिधा सम्पन्न दाहसंस्कार स्थल (वैकुण्ठधाम) निर्माण करने की आयोजक की लक्ष्य रही है । बैकुण्ठधाम को स्तरउन्नति करते हुये विद्युतिय दाह संस्कार समेत निर्माण करने की योजना रही है संयोजक सुरेश कुमार कनौडिया ने बताया ।