प्रवीण गुगनानी, विदेश मंत्रालय में सलाहका। आज भारत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का माप, ताप, व्याप, आलाप, अनुलाप इतना है कि संघ के विचार को विश्व के प्रमुख सत्ता केंद्र भी सुनना, समझना और मथना चाहते हैं। संघ क्या कह रहा है ? उसकी योजना क्या है ? उसका मंतव्य और गंतव्य क्या ह