वैकुण्ठधाम आध्यात्मिक महोत्सव का चौथा दिन

नेपालगञ्ज/(बाँके) पवन जायसवाल । बाँके जिला के नेपालगञ्ज उपमहानगरपालिका वार्ड नं.९स्थित रामलीला मैदान में प्रस्तावित वैकुण्ठधाम सिधनियाघाट निर्माण हेतु सहयोगार्थ जारी वैकुण्ठधाम आध्यात्मिक महोत्सव में दाताओं ने मन खोलकर दान करने लगे हैं ।

वैकुण्ठधाम आध्यात्मिक महोत्सव कथा वाचन की तीसरी दिन कार्तिक २६ गते चौथा दिन को  ३० लाख से अधिक दान रकम प्राप्त हुआ है महोत्सव आयोजक समिति ने जनाकारी दी है । चौथा  दिन कथा वाचन में नेपालगञ्ज स्थानीयवासियों की सहभागिता रही थी ।

वाचन शिरोमणी पं दीनबन्धु पोखरेल के प्रमुख वाचन में हो रही आध्यात्मिक महोत्सव के चौथा दिन में ३० लाख रुपैयाँ से अधिक आर्थिक संकलन हुआ है आर्थिक संयोजक कृष्ण प्रसाद श्रेष्ठले जानकारी दी है ।

नेपालगन्ज की रामलीला मैदान में प्रस्तावित वैकुण्ठधाम सिधनियाघाट निर्माण की सहयोगार्थ जारी वैकुण्ठधाम आध्यात्मिक महोत्सव में मंगलवार को हिन्दी में प्रवचन होगी । आयोजक मूल समिति महासचिव श्रीराम सिग्देल ने मंगलवार हिन्दी भाषा में प्रवचन होगी सामाजिक सञ्जाल में पोष्ट करते हुये जानकारी दिया है ।

शिलालेख में नाम लिखाने वनले दाताओं की संख्या उल्लेख्य बढी है । आयोजक समिति की ओर से २५ हजार की दान रकम से  घटाकर ११ हजार रुपैयाँ से अधिक दान करने वालों की नाम शिलालेख में रक्ने निर्णय होत ही इसे पहले दान किये हुये ब्यक्तियों की ओर से फिर दान रकम बढाना और शिलालेख में लिखने बराबर की दान करने वालों की संख्या बढी है ।

कथा वाचन की चौथो दिन ३० लाख से अधिक दान संकलन हुआ है  महोत्सव आयोजक समिति ने जानकारी दी है  । चौथा कथा वाचन में नेपालगञ्ज के स्थानीय कसौंधान बैश्य समाज, मारवाडी समाज और मधेश के स्थानीयबासियों की उल्लेख्य उपस्थिति रही थी ।

वाचन शिरोमणी पं दीनबन्धु पोखरेल के प्रमुख वाचन में हो रही आध्यात्मिक महोत्सव की चौथा दिन महोत्सव में संगीतमय कलाकार टोली की ओर से कृष्ण जन्मोत्सव और राम का वनबास की नाट्य प्रदर्शन किया गया था । राम वनबास में भरत को विलाप की नाट्य प्रदर्शन में उपस्थित दर्शनार्थियों की आँख से आँसु गिर रहा था ।

पंण्डित दीनबन्धु पोखरेल की प्रवचन के बीच में उन के संगीत मण्डली से विभिन्न आलङ्कारिक नाट्य प्रदर्शन किया गया था । भागवत कथा में आधारित नाट्य मञ्चन को सहभागियों ने ताली की गडगडाहट से स्वागत और सम्मान किाय गया था ।

आर्थिक समिति ने दी जानकारी अनुसार कथा प्रवचन के बीच नेपालगञ्ज के कम्प्युटर व्यवसायी संजय थापा की ओर से ५ लाख ५५ हजार ५सौ ५५ रुपैयाँ तथा नेपालगञ्जका दूसरे व्यवसायी लोकेन्द्र अर्याल ने ५ लाख ६६ हजार ६सौ ६६ रुपैयाँ दान किाय था  । वैकुण्ठधाम निर्माण के लिये कहते हुये नेपालगञ्ज के व्यवसायी सन्तोष कुमार कानौडिया की ओर से ३ लाख १ हजार १ सौ ११ रुपैयाँ, राजेश कुमार गुप्ता की ओर से १ लाख ५१ हजार १ सौ ११ रुपैया, श्यामसुन्दर अधिकारी की ओ र से १ लाख ११ हजार १ सौ ११ रुपैयाँ, वरिष्ठ अधिवक्ता लोकबहादुर शाह की ओर से १ लाख ११ हजार १ सौ ११ रुपैयाँ प्रदान किया गया था आर्थिक संयोजक कृष्ण प्रसाद श्रेष्ठ ने बताया ।

इसी तरह निलबहादुर शाक्य की ओर से ५१ हजार १ सौ ११ रुपैयाँ, जगतदेबी खड्का की ओर से २५ हजार १ सौ ५ रुपैयाँ दान किया गया है आर्थिक संयोजक कृष्ण प्रसाद श्रेष्ठ ने बताया ।

कुछ दानकर्ताओं ने दान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त किया है और अधिकांश दाताओं से नगद, चेक और क्युआर से दान प्रदान भी किया गया है बताया । 

सिधनियाघाट में दाहसँस्कार करने की घाट सहित की संरचना निर्माण करने की उद्देश्य की साथ आध्यात्मिक महोत्सव शुरु हुआ है । वह आध्यात्मिक महोत्सव कात्तिक ३० गते तक सञ्चालन होगी ।

महोत्सव सञ्चालन की क्रम में हरेक दिन दाताओं से प्राप्त हुआ दान रकम को सार्वजनिक किया जाएगा मुल समिति के कोषाध्यक्ष कृष्ण प्रसाद श्रेष्ठ ने बताया । उन्हों ने कहा है कि  वैकुण्ठधाम निर्माण के लिये दान करने वाले इच्छुक महानुभाव लोग महोत्सवस्थल में क्युआर, नगदी रसीद और बैंक खाता उपलब्ध कराया गया है बताया ।

महोत्सव अवधि के हरेक दिन सुबह ५ बजे से ६ः३० बजे तक योगा, ८ बजे से १० बजे तक पूजाअर्चना और पाठपारायण, १ बजे से झाँकी सहित सङ्गीतमय भागवत कथा प्रवचन होगा, उस बाद तुरुन्त आरती और पुष्पाञ्जली, ७ः१५ से ९ बजे तक भजन कीर्तनसहित की श्रीमद्भागवत महात्म्य वाचन होगा मूल समिति के संयोजक डा. सुरेश कुमार कानाौडिया ने जानकारी दी है ।

महोत्सव में इच्छुक श्रद्धालु भक्तजन से ब्रतबन्ध, लाखबत्ती प्रज्वलन, तुलादान, भूमिदान, गौदान, चौरासीपूजा करने वालों के लिये भी व्यवस्था मिलाया गया है मुल समिति के महासचिव श्रीराम सिग्देल ने बताया ।

महोत्सव से संकलन हुआ रकम बाँके को जिला के डुडुवा गाँवपालिका वार्ड नं.५ स्थित सिधनियाघाट में आधुनिक सुबिधा सम्पन्न दाहसंस्कार स्थल (वैकुण्ठधाम) निर्माण करने की आयोजक की लक्ष्य रही है । धाम की स्तरउन्नति करते हुये विद्युतिय दाह संस्कार समेत निर्माण करने की योजना रही है मूल सममित के संयोजक डा.सुरेश कुमार कानौडिया ने बताया ।

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